श्री बजरंग बाण(Shri Bajrang Baan)
श्री बजरंग बाण (Shri Bajrang Baan) ॥ दोहा ॥ निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान । तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥ ॥चौपाई॥ जय हनुमंत संत-हितकारी ।…
श्री बजरंग बाण (Shri Bajrang Baan) ॥ दोहा ॥ निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान । तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥ ॥चौपाई॥ जय हनुमंत संत-हितकारी ।…
श्री वैष्णो देवी चालीसा (Shri Vaishno Devi Chalisa) - माता वैष्णो देवी मंदिर त्रिकूट पर्वत पर सिथित है। यह मान्यता है कि जो कोई भी सच्चे दिल से माता के…
श्री गोवर्धन महाराज चालीसा (Shri Goverdhan Maharaj chalisa) - हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा या अन्न कूट का पर्व मनाया जाता है।…
श्री खाटू श्याम चालीसा (Shri Khatu Shyam Chalisa) - हर साल कार्तिक महीने में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को श्री खाटू श्याम बाबा जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है।…
श्री विष्णु चालीसा (Shri Vishnu Chalisa) - गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने का विशेष महत्व है। विष्णु जी हिन्दू धर्म के देवता हैं। विष्णु भगवान को त्रिदेवों में…
श्री कुबेर चालीसा (Shri Kuber Chalisa) - श्री कुबेर धन के देवता कहे जाते हैं जो सभी देवताओं के कोषाध्यक्ष हैं। अगर कोई नियमित रूप से श्री कुबरे चालीसा का…
संतोषी माता चालीसा (Santoshi Mata Chalisa) शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी के साथ मां संतोषी की भी पूजा की जाती है। मान्यता है कि मां संतोषी का व्रत रखने से…
श्री कृष्ण चालीसा (Shri Krishna Chalisa) - भगवान कृष्ण की पूजा करते समय श्री कृष्ण चालीसा का पाठ करना चाहिए। ॥दोहा॥ बंशी शोभित कर मधुर, नील जलद तन श्याम। अरुण…
महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित, संस्कृत महाकाव्य रामायण में राम का जीवनकाल एवं पराक्रम लिखा गया है। हिन्दू धर्म में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीरामचंद्र विष्णु के दस अवतारों में से एक माने जाते हैं। बहुत…
संकटा माता की चालीसा (Sankata Mata Chalisa) - संकटा माता अपने भक्तों के संकट को क्षण में दूर करतीं हैं। संकटा माता का व्रत शुक्रवार को करना चाहिये, यह व्रत…