साईं बाबाजी की पूजा गुरुवार के दिन की जाती है। इनकी पूजा सभी धर्मो के लोग करते है। इनकी पूजा के बाद नीम की पूजा भी की जाती है। कहा जाता है कि नीम के पेड़ के नीचे साईंबाबाजी ने तपस्या की थी नीम के पेड़ के चारो ओर घूमकर कलावा बांधते है और मनोकामना करते है। साईं बाबाजी की पूजा में सरसों के तेल का दीपक, पीले फूल का प्रयोग किया जाता है। सच्चे मन से इनकी पूजा करने से सारी मनोकामनायें पूरी होती है।
साईं बाबा की आरती
आरती उतारें हम तुम्हारी साईं बाबा ।
चरणों के तेरे हम पुजारी साईं बाबा ॥
विद्या बल बुद्धि, बन्धु माता पिता हो
तन मन धन प्राण, तुम ही सखा हो
हे जगदाता अवतारे, साईं बाबा ।
आरती उतारे हम तुम्हारी साईं बाबा ॥
ब्रह्म के सगुण अवतार तुम स्वामी
ज्ञानी दयावान प्रभु अंतरयामी
सुन लो विनती हमारी साईं बाबा ।
आरती उतारे हम तुम्हारी साईं बाबा ॥
आदि हो अनंत त्रिगुणात्मक मूर्ति
सिंधु करुणा के हो उद्धारक मूर्ति
शिरडी के संत चमत्कारी साईं बाबा ।
आरती उतारे हम तुम्हारी साईं बाबा ॥
भक्तों की खातिर, जनम लिये तुम
प्रेम ज्ञान सत्य स्नेह, मरम दिये तुम
दुखिया जनों के हितकारी साईं बाबा ।
आरती उतारे हम तुम्हारी साईं बाबा ॥