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नाग पंचमी | Nag Panchami

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 श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग देवता की पूजा की जाती हैं, किन्तु भारत के कुछ स्थानों पर नाग पंचमी भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की पंचमी को भी मनाई जाती है।नाग पंचमी त्यौहार के दिन नागदेव की पूजा तथा दूध से स्नान कराया जाता है। नाग पंचमी के दिन नागदेव की निवास स्थली, बांबी की पूजा की जाती है। नागदेव को सुगंध प्रिय है, इसलिए नागदेव की सुगंधित पुष्प व चंदन से पूजा की जाती है तथा इस दिन नागदेव के दर्शन अवश्य करना चाहिए। नाग पंचमी जन्मकुन्डली में सर्प दोष के निवारण के लिये श्रेष्ठ दिन है। काल सर्प दोष के 12 मुख्य प्रकार बताए गये हैं, जो इस प्रकार हैं १) अनंत २) कुलिक ३) वासुकि ४) शंखपाल ५) पद्म ६) महापद्म ७) तक्षक ८) कर्कोटक ९) शंखनाद १०) घातक ११) विषाक्त और १२) शेषनाग। 

कब है नाग पंचमी 2024

सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 9 अगस्त को सुबह 8 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर 10 अगस्त को सुबह 6 बजकर 9 मिनट तक है. नाग पंचमी का त्योहार 9 अगस्त शुक्रवार को मनाया जाएगा।

नाग पंचमी क्यों मनाई जाती है ?

जब कालिया नाग को भगवान कृष्ण ने हराया। तब यह महसूस करने के बाद कि कृष्ण कोई साधारण बालक नहीं थे, नाग और उनकी पत्नियों ने नाग के जीवन  की भीख मांगी। कृष्ण ने उसके प्राण बख्श दिए जब उसने उनसे कहा कि वह अब गोकुल के निवासियों को परेशान नहीं करेगा। अतः नाग पंचमी कालिया नाग पर कृष्ण की विजय के उपलक्ष्य में मनाई जाती है।
यह भी मान्यता है कि नाग देवता की पूजा, अर्चना से भगवान शिव भी आपसे प्रसन्न होते हैं और आपकी मनोकामनाएं पूरीकरते हैं।

नाग पंचमी की पूजा विधि

◉ नाग पंचमी के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि करें। इसके बाद भगवान शिव तथा नाग देवता की पूजा करें और का संकल्प लें।
◉ घर के प्रवेश द्वार के पास पुताई कर नाग देवता के चिन्ह अंकित करें और पूजा करें.
◉ नाग देवता को हल्दी, रोली, चावल, कच्चा दूध और फूल चढ़ाकर पूजा करें। इसके बाद नाग देवता के लिए खेत या खुले स्थान पर कच्चा दूध, घी और चीनी मिलाकर रखे।

◉ नाग पंचमी के दिन नाग देवता की मूर्ति पर तांबे के लोटे से दूध और जल चढ़ाएं। यदि संभव हो तो मंदिर में चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा रखें और उसकी पूजा करें। इससे नाग देवता और भगवान शिव दोनों प्रसन्न होते हैं।

नाग पंचमी पूजा का महत्व
कहा जाता है कि नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने से जन्मकुन्डली से सर्प दोष का निवारण होता है। इसके अलावा अगर इस दिन किसी व्यक्ति को सांप दिख जाए तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है।

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