बुद्ध पूर्णिमा का महत्व, तिथि, शुभ मुहूर्त – पूरे साल में 12 पूर्णिमा तिथियां होती हैं अर्थात हर महीने एक पूर्णिमा तिथि होती है। इस पूर्णिमा तिथि का हिन्दू धर्म में विशेष महत्त्व है। प्रत्येक पूर्णिमा तिथि को अलग-अलग ढंग से मनाया जाता है। इसी प्रकार वैशाख मास में पड़ने वाली पूर्णिमा को वैशाखी पूर्णिमा या बुद्ध पूर्णिमा कहते है। जानते है इस वर्ष कब है बुद्ध पूर्णिमा तथा इसका महत्त्व :-
बुद्ध पूर्णिमा
बुद्ध पूर्णिमा को वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि को मनायी जाती है। भगवान बुद्ध के जन्मोत्सव के रूप में बुद्ध पूर्णिमा को मनाया जाता है। बौद्ध धर्म में इस पर्व का विशेष महत्त्व है तथा हिन्दुओं में भी इस पर्व का अपना अलग महत्त्व है। भगवान् बुद्ध को श्रीहरि विष्णु के 9 वे अवतार के रूप में पूजा जाता है। इस साल 5 मई 2023 , दिन शुक्रवार को बुद्ध पूर्णिमा का पर्व हैं। बौद्ध धर्म के अनुयाइयों के लिए बुद्ध पूर्णिमा का त्यौहार बहुत बड़े उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
शुभ मुहूर्त
- पूर्णिमा तिथि प्रारंभ – 4 मई 2023 दिन बृहस्पतिवार को दोपहर 11 बजकर 44 मिनट से
- पूर्णिमा तिथि समाप्त – 5 मई 2023 दिन शुक्रवार को रात 11 बजकर 3 मिनट तक
बुद्ध पूर्णिमा का महत्व
भगवान् बुद्ध को हिन्दू धर्म के लोग विष्णु जी के अवतार के रूप में पूजते हैं अतः हिन्दू धर्म के अनुयाइयों के लिए भी बुद्ध पूर्णिमा बहुत मायने रखती है। इस दिन हिन्दू पूरे श्रद्धा भाव से विष्णु भगवान् की पूजा करते हैं। बौद्ध धर्म में आस्था रखने वालों के लिए बुद्ध पूर्णिमा विशेष मायने रखती है और विशेष रूप से भगवान बुद्ध को पूजा जाता है। कहते है कि वैशाख पूर्णिमा का महत्त्व भगवान श्री कृष्ण ने अपने परम-मित्र सुदामा को बताया था जब वे द्वारिका नगरी उनसे मिलने पहुंचे थे। श्री कृष्ण जी ने सुदामा जी को इस दिन व्रत रखने के महत्त्व को बताया। अतः सुदामाजी ने इस दिन व्रत किया जिससे उनकी दरिद्रता और दुःख दूर हो गए। इसके बाद से वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि का महत्त्व और बढ़ गया, जिसे बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन व्रत उपवास करना और भगवान विष्णु जी का पूजन करना हिन्दुओं में अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण हो जाती हैं।